समाजसेवी एवं रामभक्तों ने खलासी लाइन एवं आर्य नगर में किया अक्षत निमंत्रण पत्र का वितरण
कानपुर। अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले अक्षत निमंत्रण अभियान शुरू हो गया है. इसके तहत आज गुरुवार को कानपुर के खलासी लाइन, आर्य नगर, ग्वालटोली, कल्याणपुर, गोविंद नगर समेत तमाम जगहों पर अक्षत निमंत्रण वितरित किया गया. इस दौरान वार्ड 10 की पार्षद लक्ष्मी कोरी, समाजसेवी विजय सोनकर, विजय गौतम, सतीश पासवान, विष्णु शुक्ला, अजय सेंगर, अशोक तिवारी आदि ने जय श्रीराम के जयकारों के साथ सभी लोगों से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया. समाजसेवी विजय सोनकर ने बताया कि भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले रामभक्तों को अयोध्या आने के लिए आमंत्रित करने के लिए पूजित अक्षत के साथ आमंत्रण भेजा जा रहा है. ये पूजित अक्षत भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में क़रीब पाँच लाख गाँवों और मंदिरों में भेजा जा रहा है.
अक्षत निमंत्रण अभियान का श्री गणेश नव वर्ष के पहले दिन सुबह ग्यारह बजे से किया गया. जिसकी शरुआत रामलला नगर के हनुमान मंदिर मातेगन चौराहे से हुई. इस दौरान अतिथि के रूप में संत जय राम दास, महाराज, वैदेही वल्लभ सरन महाराज, विश्व हिंदू परिषद से चंपत राय, क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संघचालक श्रीमान विक्रमा, महानगर कार्यवाह देवेंद्र, सह कारवां समेत कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं.
घर-घर किया जाएगा संपर्क अभियान
इस अभियान के तहत पूजित अक्षत को घर-घर संपर्क अभियान करते हुए पहुंचाया जाएगा और जन-जन का रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी. इसके तहत भगवान श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले रामभक्तों को अयोध्या आमंत्रित करने के लिए पूजित अक्षत के साथ आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. यह पूजित अक्षत भारत के 5 लाख गांव और मंदिरो में भेजा जाएगा.
इस निमंत्रण में पूजित अक्षत के साथ भगवान राम की एक तस्वीर होगी. इसके साथ ही इसमें एक पत्रक को भी दिया जाएगा, जिसे ख़ासतौर पर छपवाया गया है. इसके ज़रिए एक तरफ जहां भक्तों को भगवान की राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही प्राण प्रतिष्ठा के दिन अपने घर के पास मंदिर में क्या करें, इसकी जानकारी भी पत्रक में दी गई है.
आपको बता दें कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. ऐसे में देशभर से चार हज़ार साधु-संतों को इस समारोह में आमंत्रित किया गया है और तमाम क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियों समेत विपक्षी दलों के नेताओं को भी निमंत्रण दिया गया है.